दिन नीके बीते जाते है भजन लिरिक्स
दिन नीके बीते जाते है भजन लिरिक्स, Din Neeke Beete Jate Hai Bhajan lyrics
।। दोहा ।।
राम किसी को मारे नहीं, नहीं है पापी राम।
अपने आप मर जावसी, कर कर खोटा काम।
~ दिन नीके बीते जाते है ~
दिन नीके बीते जाते है
सुमरन कर ले राम नाम ,
तज विषय भोग सब और काम।
तेरे संग न चाले इक छदाम ,
जो देते है सो पाते है।
दिन नीके बीते जाते है। टेर। …
लख चौरासी भोग के आया ,
बड़े भाग मानस तन पाया।
उस पर भी नहीं करी कमाई ,
अंत समय पछिताते है।
दिन नीके बीते जाते है। टेर। …
कौन तुम्हारा कुटुंब परिवारा ,
किसके हो तुम कौन तुम्हारा।
किसके बल हरी नाम बिसारा ,
सब जीते जी के नाते है।
दिन नीके बीते जाते है। टेर। …
जो तू लाग्यो विषय बिलासा ,
मूरख फंस गयो मोह की फांसी।
क्या करता स्वासन की आशा ,
गये स्वास नहीं आते है।
दिन नीके बीते जाते है। टेर। …
सच्चे मन से नाम सुमिर ले ,
बन आवे तो सुकृत कर ले।
साधु पुरुष की संगति कर ले ,
दास कबीर गाते है।
दिन नीके बीते जाते है। टेर। …
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Shri Ram Ji Chetawani Bhajan Lyrics
~ Din Neeke Beete Jate Hai ~
Din nike beete jate hai
sumaran kar le ram naam,
taj vishay bhog sab or kaam.
tere sang n chale ik chhadam ,
jo dete hai so pate hai.
Din nike beete jate hai
lakh chourasi bhog ke aaya,
bade bhag manas tan paya.
us par bhi nhi kari kamai,
ant samay pachitate hai.
Din nike beete jate hai
kon tumhara kutumb parivara,
kiske ho tum kon tumhara.
kiske bal hari naam bisara,
sab jeete ji ke naate hai.
Din nike beete jate hai
jo tu lagyo vishay bilasa,
murakh fans gayo moh ki fansi,
kyal karta swasan ki aasha,
gaye swas nhi aate hai.
Din nike beete jate hai
sachche man se naam sumir le ,
ban aave to sukrit kar le.
sadhu purush ki sangati kar le,
daas kabir gaate hai .
Din nike beete jate hai
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राम जी चेतावनी भजन लिरिक्स
~ दिन नीके बीते जाते है ~
दिन नीके बीते जाते है
सुमरन कर ले राम नाम ,तज विषय भोग सब और काम।
तेरे संग न चाले इक छदाम ,जो देते है सो पाते है।
दिन नीके बीते जाते है। टेर। …
लख चौरासी भोग के आया ,बड़े भाग मानस तन पाया।
उस पर भी नहीं करी कमाई ,अंत समय पछिताते है।
दिन नीके बीते जाते है। टेर। …
कौन तुम्हारा कुटुंब परिवारा ,किसके हो तुम कौन तुम्हारा।
किसके बल हरी नाम बिसारा ,सब जीते जी के नाते है।
दिन नीके बीते जाते है। टेर। …
जो तू लाग्यो विषय बिलासा ,मूरख फंस गयो मोह की फांसी।
क्या करता स्वासन की आशा ,गये स्वास नहीं आते है।
दिन नीके बीते जाते है। टेर। …
सच्चे मन से नाम सुमिर ले ,बन आवे तो सुकृत कर ले।
साधु पुरुष की संगति कर ले ,दास कबीर गाते है।
दिन नीके बीते जाते है। टेर। …
साध्वी ऋतंभरा जी के भजन
भजन :- दिन नीके बीते जाते है |
गायिका :- Sadhvi Ritambhara Ji |
लेबल :- राजस्थानी भजन |
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