मन तू राम सिमर लो भाई भजन लिरिक्स
मन तू राम सिमर लो भाई भजन लिरिक्स, Man Tu Ram Simar Lo Bhai guru mahima bhajan lyrics
।। दोहा ।।
सब धरती कागद करूँ, लिखनी सब बनराय।
सात समुद्र की मसि करूँ, गुरु गुण लिखा न जाय॥
~ मन तू राम सिमरलो भाई ~
मिटसी काल जाल का फंदा ,
प्रगल प्रीत लगाई।
मन तू राम सिमरलो भाई।
सीवरों साधो भाई शक्ति शारदा ,
गणपत लागु पाई।
अणभेत तू मुक्ति रो मारग ,
ह्रदय शुद्ध बताई।
मन तू राम सिमरलो भाई। टेर। ….
किया स्नान तीरथ फिर फिर ,
कही ना पाया साईं।
निश्रल होय निठोकर जोहयो ,
परमेश्वर पिंड रे माई।
मन तू राम सिमरलो भाई। टेर। ….
गुरु तेरा नाम में न जाणु की ,
कहा रहता रघुराई।
सतगुरु भेट्या शब्द पीछान्या ,
साहिब संतो माई।
मन तू राम सिमरलो भाई। टेर। ….
धर्म ध्यान रो बांधो धोरा ,
सींचो सुरता बाई।
रमणा रटो गुण साचो ,
रेवो हरी शरणा माई।
मन तू राम सिमरलो भाई। टेर। ….
भुला था भवसागर माहि ,
सतगुरु सुध बतलाई।
समझ लिखमा ह्रदय लावो ,
सिमरण करो सवाई।
मन तू राम सिमरलो भाई। टेर। ….
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जरूर देखे :- साधो भाई संत सदा अवतारा
guru mahima bhajan lyrics
~ Man Tu Ram Simar Lo Bhai ~
mitasi kal jal ka fanda,
pragal preet lagai.
Man Tu Ram Simar Lo Bhai.
sivaro sadho bhai shakti sharada,
ganpat lagu pai.
anbhet tu mukti ro marag,
harday shudh batai.
man tu ram simar lo bhai.
kiya snan tirath fir fir,
kahi na paya saai.
nishral hoy nithokar johyo,
parmeshwar pind re mai.
man tu ram simar lo bhai.
guru tera naam me n janu ki,
kaha rahta raghurai.
satguru bhetya shabd pichanya,
sahib santo mai.
man tu raam simar lo bhai.
dharm dhyan ro bandho dhora,
sincho surta bai.
ramna rato gun sacho,
revo hari sharna mai.
man tu raam simar lo bhai.
bhula tha bhavsagar mahi,
satguru sudh batlai.
samajh likhma harday lavo,
simaran karo sawai.
maan tu raam simar lo bhai.
गुरु महिमा भजन लिरिक्स
~ मन तू राम सिमर लो भाई ~
मिटसी काल जाल का फंदा ,प्रगल प्रीत लगाई।
मन तू राम सिमरलो भाई।
सीवरों साधो भाई शक्ति शारदा ,गणपत लागु पाई।
अणभेत तू मुक्ति रो मारग ,ह्रदय शुद्ध बताई।
मन तू राम सिमरलो भाई। टेर। ….
किया स्नान तीरथ फिर फिर ,कही ना पाया साईं।
निश्रल होय निठोकर जोहयो ,परमेश्वर पिंड रे माई।
मन तू राम सिमरलो भाई। टेर। ….
गुरु तेरा नाम में न जाणु की ,कहा रहता रघुराई।
सतगुरु भेट्या शब्द पीछान्या ,साहिब संतो माई।
मन तू राम सिमरलो भाई। टेर। ….
धर्म ध्यान रो बांधो धोरा ,सींचो सुरता बाई।
रमणा रटो गुण साचो ,रेवो हरी शरणा माई।
मन तू राम सिमरलो भाई। टेर। ….
भुला था भवसागर माहि ,सतगुरु सुध बतलाई।
समझ लिखमा ह्रदय लावो ,सिमरण करो सवाई।
मन तू राम सिमरलो भाई। टेर। ….
भजन :- मन तू राम सिमरलो भाई |
लेबल :- राजस्थानी भजन |
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