साधु भाई हरिजन हर कुण ध्याता भजन लिरिक्स
साधु भाई हरिजन हर कुण ध्याता भजन लिरिक्स, Sadhu Bhai Harijan Har Kun Dhyata nirguni bhajan lyrics
।। दोहा ।।
मन मते ना चालिये, मन के मते है अनेक।
जो मन पे असवार है, वो साधु कोई एक।
~ हरिजन हर कुण ध्याता ~
समज्या संत प्रेम पद पावे ,
वारे निगे निरंजन आता।
साधु भाई हरिजन हर कुण ध्याता।
गवरी को नन्द गणेश मनाऊ ,
सिमरु शारद माता।
भुला भोम सवाई आवे ,
सुध बुध दो गुण गाता।
साधु भाई हरिजन हर कुण ध्याता। टेर। …
सीवरया संत सदा सुख पावे ,
निर्मल नीर में नहाता।
पल में पाप कटे काया का ,
शील सज्या घर आता।
साधु भाई हरिजन हर कुण ध्याता। टेर। …
घर में जुगत मुगत सब दरसे ,
कर मेहरम में जस गाता।
नीगे कर निरख्यो निर्गुण कुण ,
फल अमरापुर पाता।
साधु भाई हरिजन हर कुण ध्याता। टेर। …
पायो सांस उसाँसे सिमरत ,
कर सिमरण समझाता।
बनानाथ कहे सेन सतगुरु की ,
परस्या मिटे विख्याता।
साधु भाई हरिजन हर कुण ध्याता। टेर। …
जरूर देखे :- जाए वन में हरी ने कुटिया बनाई
जरूर देखे :- जागो रे बस्ती रा लोगो
nirguni bhajan lyrics in hindi
~ Harijan Har Kun Dhyata ~
Samjya Sant prem pad pave,
vare nige niranjan aata.
Sadhu Bhai harijan har kun dhyata.
Gavari Ko Nand Ganesh Manau,
simaru sharad mata.
bhula bhom sawai aave,
sudh budh do gun gata.
Sadhu Bhai harijan har kun dhyata.
sivarya sant sada sukh pave,
nirmal neer me nahata.
pal me pap kate kaya ka,
shil sajya ghar aata.
Sadhu Bhai harijan har kun dhyata.
ghar me jugat mugat sab darse,
kar meharam me jas gata.
nige kar nirakhyo nirgun kun,
fal amrapur pata.
Sadhu Bhai harijan har kun dhyata.
payo sans usanse simrat,
kar simran samjhata.
bananath kahe sen satguru ki,
parsya mite vikhyata.
Sadhu Bhai harijan har kun dhyata.
जरूर देखे :- जागो रे म्हारा छैल छोगाला
जरूर देखे :- मात यशोदा टेर लगावे
निर्गुणी भजन लिरिक्स इन हिंदी
~ हरिजन हर कुण ध्याता ~
समज्या संत प्रेम पद पावे ,वारे निगे निरंजन आता।
साधु भाई हरिजन हर कुण ध्याता।
गवरी को नन्द गणेश मनाऊ ,सिमरु शारद माता।
भुला भोम सवाई आवे ,सुध बुध दो गुण गाता।
साधु भाई हरिजन हर कुण ध्याता। टेर। …
सीवरया संत सदा सुख पावे ,निर्मल नीर में नहाता।
पल में पाप कटे काया का ,शील सज्या घर आता।
साधु भाई हरिजन हर कुण ध्याता। टेर। …
घर में जुगत मुगत सब दरसे ,कर मेहरम में जस गाता।
नीगे कर निरख्यो निर्गुण कुण ,फल अमरापुर पाता।
साधु भाई हरिजन हर कुण ध्याता। टेर। …
पायो सांस उसाँसे सिमरत ,कर सिमरण समझाता।
बनानाथ कहे सेन सतगुरु की ,परस्या मिटे विख्याता।
साधु भाई हरिजन हर कुण ध्याता। टेर। …
trilok bharti ji maharaj bhajan
भजन :- हरिजन हर कुण ध्याता |
गायक :- त्रिलोक जी महाराज |
लेबल :- राजस्थानी भजन |
जरूर देखे :- पायो जी मेने राम रतन धन पायो
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