एक आसरो देव धणी को दूजो मां कंकाली को भजन लिरिक्स | ek aasaro dev dhani ko bhajan lyrics

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एक आसरो देव धणी को दूजो मां कंकाली को भजन लिरिक्स

एक आसरो देव धणी को दूजो मां कंकाली को भजन लिरिक्स, ek aasaro dev dhani ko devnarayan bhagwan ke bhajan lyrics

।। दोहा ।।
नमो नमो मातेश्वरी, नमो नमो जगदम्ब।
भक्त जनो के कारणे, मैया करती नहीं विलम्ब।


~ एक आसरो देव धणी रो ~

एक आसरो देव धणी रो,
दूजो माँ कंकाली को।
जग जननी चित्तोड़ बिराजे,
नाम जपु कंकाली को।


सांचा मन सु सुमिरन कर लो,
साँचो शरणों माँ जी को।
शिखर चढ़ ने दर्शन कर लो,
किलो बण्यो कंकाली को।
एक आसरो देव धणी रो,
दूजो माँ कंकाली को। टेर। …


सतयुग की लक्ष्मी कहाई,
सतिया रो दुःख हरने को।
द्वापर युग में नाम धरायो ,
संग है किशन कन्हाई को।
एक आसरो देव धणी रो,
दूजो माँ कंकाली को। टेर। …


क्रेता जनक दुलारी जानकी,
जनक प्रतिज्ञा धारी को।
दशरथ के घर राम रघुराई,
सीता राज दुलारी को।
एक आसरो देव धणी रो,
दूजो माँ कंकाली को। टेर। …


कलयुग माही बाजी कलिका,
किला फ़तेह कराने को।
बादशाह की फोजा मारी,
राणा जीतन हारी को।
एक आसरो देव धणी रो ,
दूजो माँ कंकाली को। टेर। …


दिल्ली सु अकबर चढ़ आयो,
दोडा धाक जमाने को।
पदमनी की पुकार सुनता,
सतिया लाज रखाने को।
एक आसरो देव धणी रो,
दूजो माँ कंकाली को। टेर। …


अनधन रूप की हर कोई मांगे,
पुत्र देवे भगतानी को।
क्षत्राणी शक्ति सु मांगे,
दे धन रूप दिलाने को।
एक आसरो देव धणी रो,
दूजो माँ कंकाली को। टेर। …


एक आसरो देव धणी रो,
दूजो माँ कंकाली को।
जग जननी चित्तोड़ बिराजे,
नाम जपु कंकाली को।


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devnarayan bhagwan ke bhajan lyrics

~ ek aasaro dev dhani ko ~

ek aasro dev dhani ro,
dujo maa kankali ko.
jag janani chitod biraje,
naam japu kankali ko.


sancha man su sumiran kar lo,
sancho sharno maa ji ko.
shikhar chad ne darshan kar lo,
kilo banyo kankali ko.
ek aasro dev dhani ro,
dujo maa kankali ko.


satyug ki laxmi kahai,
satiya ro dukh harne ko.
dwapar yug me naam dharayo,
sang hai kishan kanhai ko.
ek aasro dev dhani ro,
dujo maa kankali ko.


kreta janak dulari janki,
janak pratigya dhari ko.
dashrath ke ghar ram raghurai,
seeta raj dulari ko.
ek aasro dev dhani ro,
dujo maa kankali ko.


kalyug mahi baji kalika,
kila fateh karane ko.
badshah ki foja mari,
rana jitan hari ko.
ek aasro dev dhani ro,
dujo maa kankali ko.


dilli su akabar chad aayo,
doda dhak jamane ko.
padmani ki pukar sunta,
satiya laj rakhane ko.
ek aasro dev dhani ro,
dujo maa kankali ko.


anndhan rup ki har koi mange,
putra deve bhagtani ko.
kshtrani shakti su mange,
de dhan rup dilane ko.
ek aasro dev dhani ro,
dujo maa kankali ko.


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~ एक आसरो देव धणी को ~

एक आसरो देव धणी रो,दूजो माँ कंकाली को।
जग जननी चित्तोड़ बिराजे,नाम जपु कंकाली को।

सांचा मन सु सुमिरन कर लो,साँचो शरणों माँ जी को।
शिखर चढ़ ने दर्शन कर लो,किलो बण्यो कंकाली को।
एक आसरो देव धणी रो,दूजो माँ कंकाली को। टेर। …

सतयुग की लक्ष्मी कहाई,सतिया रो दुःख हरने को।
द्वापर युग में नाम धरायो ,संग है किशन कन्हाई को।
एक आसरो देव धणी रो,दूजो माँ कंकाली को। टेर। …

क्रेता जनक दुलारी जानकी,जनक प्रतिज्ञा धारी को।
दशरथ के घर राम रघुराई,सीता राज दुलारी को।
एक आसरो देव धणी रो,दूजो माँ कंकाली को। टेर। …

कलयुग माही बाजी कलिका,किला फ़तेह कराने को।
बादशाह की फोजा मारी,राणा जीतन हारी को।
एक आसरो देव धणी रो ,दूजो माँ कंकाली को। टेर। …

दिल्ली सु अकबर चढ़ आयो,दोडा धाक जमाने को।
पदमनी की पुकार सुनता,सतिया लाज रखाने को।
एक आसरो देव धणी रो,दूजो माँ कंकाली को। टेर। …

अनधन रूप की हर कोई मांगे,पुत्र देवे भगतानी को।
क्षत्राणी शक्ति सु मांगे,दे धन रूप दिलाने को।
एक आसरो देव धणी रो,दूजो माँ कंकाली को। टेर। …

एक आसरो देव धणी रो,दूजो माँ कंकाली को।
जग जननी चित्तोड़ बिराजे,नाम जपु कंकाली को।

durgesh rao ke bhajan

भजन :- एक आसरो देव धणी रो
गायक :- दुर्गेश राव
लेबल :- राजस्थानी भजन

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