भगता ऊपर बंक्यारानी छतर छाया राखजो भजन लिरिक्स | bhagta upar bankyarani chatar chaya rakh jo bhajan lyrics

1584

भगता ऊपर बंक्यारानी छतर छाया राखजो भजन लिरिक्स

भगता ऊपर बंक्यारानी छतर छाया राखजो भजन लिरिक्स, bhagta upar bankyarani chatar chaya rakh jo bhajan lyrics

।। दोहा ।।
अष्ट पहर चौसठ घडी, सिंवरू देवी तोय।
पट मंदिर का खोल दे, मैया दर्शन देवो मोय।


~ भगता ऊपर बंकियाराणी ~

भगता ऊपर बंकियाराणी ,
छतर छाया राख जो।
थाने बारम्बार मनावा जी , मेला में।


जिला भीलवाड़ा में मैया ,
सुन्दर थारो धाम जी।
थारा दर्शन ने में आवा जी , मेला में।


आमेसर में आप विराजो ,
जाणे दुनियाँ सारी जी।
थारी जगमग जोत जगावा जी , मेला में।


भूतनिया डाकणिया मैया ,
पल में दूर भगावे जी।
थारे मीठा भोग चढ़ावे जी, मैला में।


इन कलयुग में बंकियारानी ,
परचा थारा भारी जी।
थारा हरख हरख जस गावा जी, मेला में।


भक्त मोइनुदीन आप रो ,
पप्पू साझे चाकरी।
थारी जय जयकार सुनावा जी, मेला में।


दास अशोक चरण रो चाकर ,
गावे महिमा थारी जी।
थारे चरणा शीश नवावा जी, मेला में।


जरूर पढ़ें :- सच्चियाय माता जी ने बार बार वंदना

जरूर पढ़ें :- बिलाड़ा में जावणा

bankya rani ke bhajan lyrics in hindi

~ bhagta upar bankyarani ~

bhagta upar bankyarani,
chhatar chhaya rakh jo.
thane barambar manava ji mela me.


jila bhilwara me maiya,
sudnar tharo dham ji.
thara darshan ne me aavji, mela me.


aamesar me aap virajo,
jane duniya sari jo.
thari jagmag jot jagavaji, mela me.


bhutaniya dakniya maiya,
pal me dur bhagave ji.
thare mitha bhog chadhave ji,mela me.


en kalyug me bankyarani,
parcha thara bhari ji.
thara harakh harakh jas gavaji,mela me.


bhakt moenudin aap ro,
pappu sajhe chakari.
thari jay jaykar sunavaji, mela me.


das ashok charan ro chakar,
gave mahima thari ji.
thare charna shish navavaji,mela me.


जरूर पढ़ें :- तेरस आई चांदनी

जरूर पढ़ें :- खोल आडो खोल 

बंक्यारानी माताजी के भजन लिरिक्स

~ भगता ऊपर बंक्यारानी ~

भगता ऊपर बंकियाराणी ,छतर छाया राख जो।
थाने बारम्बार मनावा जी , मेला में।

जिला भीलवाड़ा में मैया ,सुन्दर थारो धाम जी।
थारा दर्शन ने में आवा जी , मेला में।

आमेसर में आप विराजो ,जाणे दुनियाँ सारी जी।
थारी जगमग जोत जगावा जी , मेला में।

भूतनिया डाकणिया मैया ,पल में दूर भगावे जी।
थारे मीठा भोग चढ़ावे जी, मैला में।

इन कलयुग में बंकियारानी ,परचा थारा भारी जी।
थारा हरख हरख जस गावा जी, मेला में।

भक्त मोइनुदीन आप रो ,पप्पू साझे चाकरी।
थारी जय जयकार सुनावा जी, मेला में।

दास अशोक चरण रो चाकर ,गावे महिमा थारी जी।
थारे चरणा शीश नवावा जी, मेला में।

kamal kumawat ke bhajan

भजन :- भगता ऊपर बंकियाराणी
गायक :- कमल कुमावत
लेबल :- राजस्थानी भजन

जरूर पढ़ें :- हिरदा में रेवो भवानी

जरूर पढ़ें :- सिंह चढ़े ने बेगा आवजो

पिछला लेखसच्चियाय माता जी ने बार बार वंदना भजन लिरिक्स | Sachchiyay Mata Ji Ne Bar Bar Vandana bhajan lyrics
अगला लेखजगदम्बा मैया सुण लो अरज हमारी भजन लिरिक्स | jagdamba maiya araj sun lo hamari bhajan lyrics

5 टिप्पणी