मारा सतगुरु कृपा किनी माने जड़ी भजन री दिनी भजन लिरिक्स
मारा सतगुरु कृपा किनी माने जड़ी भजन री दिनी भजन, mara satguru kripa kini satguru mahima ke bhajan lyrics
।। दोहा ।।
कोटिक चंदा उगहि ,सूरज कोटि हजार।
तिमिर तो नाशे नहीं गुरु बिन घोर अंधार।
~ सतगुरु किरपा किनी ~
सतगुरु किरपा किनी ,
माने जड़ी भजन री दिनी।
सुतोडी सुरता जागी ,
आ जाग भजन में लागी।
में भूल भरम में फिरतो ,
गुरु कियो भजन में मिलतो।
मारा भाग पुरबला जागा ,
और सत सब्दो में लागा।
सतगुरु किरपा किनी ,
माने जड़ी भजन री दिनी। टेर।
में गुरु सेवना किनी ,
माने सुमिरण कूची दिनी ,
जद खुलिया भरम रा ताला ,
मारे हिरदे भया उजियाला।
सतगुरु किरपा किनी ,
माने जड़ी भजन री दिनी। टेर।
में राम भजन में राजी ,
मारी हरी राखेला बाजी।
में तो गुरूसा रो शरणे लीनो ,
और प्यालो प्रेम रो पिनो।
सतगुरु किरपा किनी ,
माने जड़ी भजन री दिनी। टेर।
झिलमिल झलकी ज्योति ,
निरख लिया निज मोती।
दादू भजे बह जातो ,
मने थाम लियो निज हाथो।
सतगुरु किरपा किनी ,
माने जड़ी भजन री दिनी। टेर।
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satguru mahima ke bhajan lyrics hindi
~ mara satguru kripa kini ~
satguru kirpa kini,
mane jadi bhajan ri dini,
sutodi surta jagi,
aa jaag bhajan me laagi.
me bhul bharam me firto,
guru kiyo bhajan me milto.
mara bhag purabla jaga,
or sat sabdo me laga.
satguru kirpa kini,
mane jadi bhajan ri dini.
me guru sevna kini,
mane sumiran kuchi dini.
jad khuliya bharam ra tala,
mare hirde bhaya ujiyala.
satguru kirpa kini,
mane jadi bhajan ri dini.
me ram bhajan me raji,
mari hari rakhela baji.
me to gurusa ro sharne lino,
or pyalo prem ro pino.
satguru kirpa kini,
mane jadi bhajan ri dini.
jhilmil jhalki jyoti,
nirakh liya nij moti.
dadu bhaje bah jato,
mane tham liyo nij hatho.
satguru kirpa kini,
mane jadi bhajan ri dini.
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गुरु जी भजन लिरिक्स इन हिंदी
~ मारा सतगुरु कृपा किनी ~
सतगुरु किरपा किनी ,माने जड़ी भजन री दिनी।
सुतोडी सुरता जागी ,आ जाग भजन में लागी।
में भूल भरम में फिरतो ,गुरु कियो भजन में मिलतो।
मारा भाग पुरबला जागा ,और सत सब्दो में लागा।
सतगुरु किरपा किनी ,माने जड़ी भजन री दिनी। टेर।
में गुरु सेवना किनी ,माने सुमिरण कूची दिनी ,
जद खुलिया भरम रा ताला ,मारे हिरदे भया उजियाला।
सतगुरु किरपा किनी ,माने जड़ी भजन री दिनी। टेर।
में राम भजन में राजी ,मारी हरी राखेला बाजी।
में तो गुरूसा रो शरणे लीनो ,और प्यालो प्रेम रो पिनो।
सतगुरु किरपा किनी ,माने जड़ी भजन री दिनी। टेर।
झिलमिल झलकी ज्योति ,निरख लिया निज मोती।
दादू भजे बह जातो ,मने थाम लियो निज हाथो।
सतगुरु किरपा किनी ,माने जड़ी भजन री दिनी। टेर।
naresh prajapat ke bhajan
भजन :- सतगुरु किरपा किनी |
गायक :- नरेश प्रजापत |
लेबल :- राजस्थानी भजन |
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