तुम प्रेम हो तुम प्रीत हो मनमीत हो राधे भजन लिरिक्स
तुम प्रेम हो तुम प्रीत हो मनमीत हो राधे भजन tum prem ho tum preet ho radhe krishna bhajan lyrics in hindi
।।दोहा ।।
मुरलीधर की बांसुरी, सुना रही है तान।
घर से निकली राधिका, छोड़ साज- सामान।
~ तुम प्रेम हो तुम प्रीत हो ~
तुम प्रेम हो तुम प्रीत हो ,
मेरी बांसुरी का गीत हो।
तुम प्रेम हो तुम प्रीत हो।
मन मीत हो मेरी राधे।
हु मैं यहाँ तुम हो वहा राधा,
तुम बिन नही है कुछ यहा।
मुझमे धडकती हो तुम्ही ,
तुम दूर मुझसे हो कहा।
तुम प्रेम हो तुम प्रीत हो ,
मेरी बांसुरी का गीत हो।
परमात्मा का स्पर्श हो ,
पुलकित हिर्ध्ये का हर्ष हो।
तुम हो समपर्ण का शिखर ,
तुम ही मेरा उत्कर्श हो।
तुम प्रेम हो तुम प्रीत हो ,
मेरी बांसुरी का गीत हो।
हु मैं यहाँ तुम हो वहा राधा,
तुम बिन नही है कुछ यहाँ।
मुझमे धडकती हो तुम्ही ,
तुम दूर मुझसे हो कहा।
तुम प्रेम हो तुम प्रीत हो ,
मेरी बांसुरी का गीत हो।
परमात्मा का स्पर्श हो ,
पुलकित हिर्ध्ये का हर्ष हो।
तुम हो समपर्ण का शिखर ,
तुम ही मेरा उत्कर्श हो।
तुम प्रेम हो तुम प्रीत हो ,
मेरी बांसुरी का गीत हो।
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radhe krishna bhajan lyrics in hindi
~ tum prem ho tum preet ho ~
tum prem ho tum preet ho,
meri bansuri ka geet ho.
tum prem ho tum preet ho,
man meet ho meri radhe.
hu me yaha tum ho vaha radha,
tum bin nhi hai kuch yaha.
mujhme dhadkti ho tumhi,
tum dur mujhse ho kaha.
tum prem ho tum preet ho,
meri bansuri ka geet ho.
parmatma ka sparsh ho,
pulkit hirdhye ka harsh ho.
tum ho samparnu ka shikhar,
tum ho mera utkarsh ho.
tum prem ho tum preet ho,
meri bansuri ka geet ho.
hu me yaha tum ho vaha radha,
tum bin nhi hai kuch yaha.
mujhme dhadakati ho tumhi,
tum dur mujhse ho kaha.
tum prem ho tum preet ho,
meri bansuri ka geet ho.
parmatma ka sparsh ho,
pulkit hirdhye ka harsh ho.
tum ho samparnu ka shikhar,
tum ho mera utkarsh ho.
tum prem ho tum preet ho,
meri bansuri ka geet ho.
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राधा कृष्ण भजन हिंदी लिरिक्स
~ तुम प्रेम हो तुम प्रीत हो मनमीत हो राधे ~
तुम प्रेम हो तुम प्रीत हो ,मेरी बांसुरी का गीत हो।
तुम प्रेम हो तुम प्रीत हो। मन मीत हो मेरी राधे।
हु मैं यहाँ तुम हो वहा राधा,तुम बिन नही है कुछ यहा।
मुझमे धडकती हो तुम्ही ,तुम दूर मुझसे हो कहा।
तुम प्रेम हो तुम प्रीत हो ,मेरी बांसुरी का गीत हो।
परमात्मा का स्पर्श हो ,पुलकित हिर्ध्ये का हर्ष हो।
तुम हो समपर्ण का शिखर ,तुम ही मेरा उत्कर्श हो।
तुम प्रेम हो तुम प्रीत हो ,मेरी बांसुरी का गीत हो।
हु मैं यहाँ तुम हो वहा राधा,तुम बिन नही है कुछ यहाँ।
मुझमे धडकती हो तुम्ही ,तुम दूर मुझसे हो कहा।
तुम प्रेम हो तुम प्रीत हो ,मेरी बांसुरी का गीत हो।
परमात्मा का स्पर्श हो ,पुलकित हिर्ध्ये का हर्ष हो।
तुम हो समपर्ण का शिखर ,तुम ही मेरा उत्कर्श हो।
तुम प्रेम हो तुम प्रीत हो ,मेरी बांसुरी का गीत हो।
hindi bhajan with lyrics
भजन :- तुम प्रेम हो तुम प्रीत हो |
गायक :- unknown |
लेबल :- राजस्थानी भजन |
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