घर में रागी घर में वैरागी भजन लिरिक्स
घर में रागी घर में वैरागी Ghar Main Ragi Ghar Main Vairagi rajasthani chetawani bhajan lyrics
।। दोहा ।।
तुलसी इस संसार में, भांति भांति के लोग।
सबसे हस मिल बोलिए, नदी नाव संजोग।
।। घर में रागी घर में वैरागी ।।
घर में रागी घर में वैरागी,
घर घर गावन वाला।
कलयुग री आ छाया पड़ी है ,
कुण नुगरो ने वर्जन वाला।
गुरु मुख ज्ञानी जगत में थोड़ा,
मन मुख मुंड कियोड़ा रे।
ज्ञान गति री मति नही जाने ,
बन बैठा पुरुष दीवाना ओ जी।
घर में रागी …..
नावे धोवे तिलक लगावे ,
नित् मंदिर जावण वाला ओ।
निज मन्दिर री गति नही जाने,
गले जनेऊ री माला ओ जी।
घर में रागी …..
वेश पेर भगवान् रिजावे ,
घरे जोगियो रा वाना ओ।
नेती धोती री खबर नही जाने ,
लम्बे बालो वाळा ओ जी।
घर में रागी …..
बाल राख ने मोड़ा चाले ,
पंच केश नही ध्याता रे ।
पांच तत्व री सार नही जाने,
नित निम् नहवाण वाला ओ जी।
घर में रागी …..
भुरनाथ अडवन्का जोगी,
सिद काजल वसवाला।
गुरु कानजी सिमरत मिलिया,
फेरे थोरी माला ओ जी।
घर में रागी घर में वैरागी,
घर घर गावन वाला ओ।
कलयुग री आ छाया पड़ी है
कुन नुगरोने वर्जन वाला ओ जी ।
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rajasthani chetawani bhajan lyrics in hindi
!! Ghar Main Ragi Ghar Main Vairagi !!
ghar mein ragi ghar mein vairagi,
ghar ghar gaavan vaala.
kalayug ree aa chhaaya padee hai ,
kun nugaro ne varjan vaala.
guru mukh gyaanee jagat mein thoda,
man mukh mund kiyoda re.
gyaan gati ree mati nahee jaane ,
ban baitha purush deevaana o jee.
ghar mein ragi …..
naave dhove tilak lagaave ,
nit mandir jaavan vaala o.
nij mandir ree gati nahee jaane,
gale janeoo ree maala o jee.
ghar mein ragi …..
vesh per bhagavaan rijaave ,
ghare jogiyo ra vaana o.
netee dhotee ree khabar nahee jaane ,
lambe baalo vaala o jee.
ghar mein raagee …..
baal raakh ne moda chaale ,
panch kesh nahee dhyaata re .
paanch tatv ree saar nahee jaane,
nit nim nahavaan vaala o jee.
ghar mein ragi …..
bhuranaath adavanka jogee,
sid kaajal vasavaala.
guru kaanajee simarat miliya,
phere thoree maala o jee.
ghar mein ragi ghar mein vairagi,
ghar ghar gaavan vaala o,
kalayug ree aa chhaaya padee hai
kun nugarone varjan vaala o jee
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मारवाड़ी चेतावनी भजन लिरिक्स
!! घर में रागी घर में वैरागी !!
घर में रागी घर में वैरागी,घर घर गावन वाला।
कलयुग री आ छाया पड़ी है ,कुण नुगरो ने वर्जन वाला।
गुरु मुख ज्ञानी जगत में थोड़ा,मन मुख मुंड कियोड़ा रे।
ज्ञान गति री मति नही जाने ,बन बैठा पुरुष दीवाना ।
घर में रागी …..
नावे धोवे तिलक लगावे ,नित् मंदिर जावण वाला ।
निज मन्दिर री गति नही जाने,गले जनेऊ री माला ।
घर में रागी …..
वेश पेर भगवान् रिजावे ,घरे जोगियो रा वाना ओ।
नेती धोती री खबर नही जाने ,लम्बे बालो वाळा ।
घर में रागी …..
बाल राख ने मोड़ा चाले ,पंच केश नही ध्याता रे ।
पांच तत्व री सार नही जाने,नित निम् नहवाण वाला ।
घर में रागी …..
भुरनाथ अडवन्का जोगी,सिद काजल वसवाला।
गुरु कानजी सिमरत मिलिया,फेरे थोरी माला ओ जी।
घर में रागी घर में वैरागी,घर घर गावन वाला ओ।
कलयुग री आ छाया पड़ी हैकुन नुगरोने वर्जन वाला।
जोग भारती के भजन video
भजन :- घर में रागी घर में वैरागी |
गायक :- जोग भारती |
लेबल :- राजस्थानी भजन |
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