मन मस्त हुआ फिर क्या बोले भजन लिरिक्स | man mast hua phir kya bole kabir bhajan lyrics

4125

मन मस्त हुआ फिर क्या बोले भजन लिरिक्स

मन मस्त हुआ फिर क्या बोले man mast hua phir kya bole kabir das ji ke bhajan

 ।। दोहा ।।
यह तन विष की बेलरी, गुरु अमृत की खान ।
शीश दियो जो गुरु मिले, तो भी सस्ता जान ।


।। मन मस्त हुआ फिर क्या बोले ।।

मन मस्त हुआ फिर क्या बोले।
क्या बोले फिर क्या बोले ,
मस्त हुआ फिर क्या बोले।


हीरा पाया बाँध गठरियाँ ,
बार बार बांको क्यों खोले।
मन मस्त हुआ फिर क्या बोले।


हंसा नहावे मान सरोवर ,
ताल तलैया क्यों नहावे ।
मन मस्त हुआ फिर क्या बोले।


हल्की थी तब चढ़ी तराजू ,
पूरी भई बांको क्यों तोले।
मन मस्त हुआ फिर क्या बोले।


सूरत कलाळी भई मतवाली ,
मदवा पी गयी अण तोले।
मन मस्त हुआ फिर क्या बोले।


तेरा सायब है तुझ माही ,
बाहर नैना क्यों खोले।
मन मस्त हुआ फिर क्या बोले।


कहत कबीर सुनो भाई साधो ,
साहेब मिल गये तिल तोले।
मन मस्त हुआ फिर क्या बोले।


जरूर पढ़ें :- हंस हंस मिठो जग में बोलणो

जरूर पढ़ें :- हंस लो मित्र कोनी थारो

kabir das ji ke bhajan in English lyrics

!! man mast hua phir kya bole !!

man mast hua phir kya bole.
kya bole phir kya bole ,
mast hua phir kya bole.


heera paaya baandh gathariyaan ,
baar baar baanko kyon khole.
man mast hua phir kya bole.


hansa nahaave maan sarovar ,
taal talaiya kyon nahaave .
man mast hua phir kya bole.


halkee thee tab chadhee taraajoo ,
pooree bhee baanko kyon tole.
man mast hua phir kya bole.


soorat kalaalee bhee matavaalee ,
madava pee gayee an tole.
man mast hua phir kya bole.


tera saayab hai tujh maahee ,
baahar naina kyon khole.
man mast hua phir kya bole.


kahat kabeer suno bhaee saadho ,
saaheb mil gaye til tole.
man mast hua phir kya bole.


जरूर पढ़ें :- चादर झीनी राम झीनी

जरूर पढ़ें :- जिस माला में राम नहीं

कबीर दास जी के भजन लिखे हुए in hindi

!! मन मस्त हुआ फिर क्या बोले !!

मन मस्त हुआ फिर क्या बोले।
क्या बोले फिर क्या बोले ,मस्त हुआ फिर क्या बोले।

हीरा पाया बाँध गठरियाँ ,बार बार बांको क्यों खोले।
मन मस्त हुआ फिर क्या बोले।

हंसा नहावे मान सरोवर ,ताल तलैया क्यों नहावे ।
मन मस्त हुआ फिर क्या बोले।

हल्की थी तब चढ़ी तराजू ,पूरी भई बांको क्यों तोले।
मन मस्त हुआ फिर क्या बोले।

सूरत कलाळी भई मतवाली ,मदवा पी गयी अण तोले।
मन मस्त हुआ फिर क्या बोले।

तेरा सायब है तुझ माही ,बाहर नैना क्यों खोले।
मन मस्त हुआ फिर क्या बोले।

कहत कबीर सुनो भाई साधो ,साहेब मिल गये तिल तोले।
मन मस्त हुआ फिर क्या बोले।

कालूराम बामनिया के भजन video

भजन :- मन मस्त हुआ फिर क्या बोले
गायक :- कालूराम बामनिया
लेबल :- राजस्थानी भजन

जरूर पढ़ें :- मतवाला गुरु मतवाला

जरूर पढ़ें :- कायर सके ना झेल फकीरी

पिछला लेखहंस हंस मिठो जग में बोलणो भजन लिरिक्स | hans hans mitho jag mein bolno bhajan lyrics
अगला लेखओम शिव ओम शिव रटता जा भजन लिरिक्स | om shiv om shiv ratata ja bhajan lyrics

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें