उभी मैं सरवर तीर भजन लिरिक्स
उभी मैं सरवर तीर ubi me sarvar teer, राजस्थानी देसी भजन,मारवाड़ी देसी भजन,desi bhajan lyrics in hindi
॥ दोहा ॥
प्रीतम प्रीत लगाय के , तुम दूर देशमत जाय ।
बसो हमारी नगरी में , पिया हम मांगे तुमखाय ॥
~ उभी मैं सरवर तीर ~
ब्रहणी बैठी पीहर में ,
पियो बसे परदेश ।
खान पान सब त्यागिया रे ,
त्यागिया वस्त्र वेश पियाजी ,
उभी मैं सरवर तीर ।
नैणां सूं ढलक्यो नीर पियाजी ,
उभी मैं सरवर तीर ॥
धूणी धूखे ज्यूं काळजो रे ,
जळ जळ गयो रे शरीर ।
मछली ज्यूं तड़फत फिरूं रे ,
कद होसी समदर सीर पियाजी ,
उभी मैं सरवर तीर ॥
नैणां सूं ढलक्यो । ….
सूता नी आवे नींदड़ी रे ,
जागू तो नहींरे सुहाय ।
विरह काले नाग ज्यू रे ,
काढ काळजो खाय सजन म्हारा ,
उभी मैं सरवर तीर ॥
नैणां सूं ढलक्यो । ….
बेदरदी पिया दया नहीं आई रे ,
विरह गयो रे लगाय ।
कयो चरणों रे माँय राखसु जी ,
अध बिच दीवी छिटकाय पियाजी ,
उभी मैं सरवर तीर ॥
नैणां सूं ढलक्यो । ….
रूपस्वरूप आपरो है ,
ज्यां ने झुर रही ब्रहणी अनेक ।
सिमरत दासी ‘ आपरी रे ,
अरे दया हमारी देख सजन म्हारा ,
उभी मैं सरवर तीर ।
नैणां सूं ढलक्यो । ….
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desi bhajan lyrics in English
!! ubi me sarvar teer !!
brahanee baithee peehar mein ,
piyo base paradesh .
khaan paan sab tyaagiya re ,
tyaagiya vastr vesh piyaajee ,
ubhee main saravar teer .
nainaan soon dhalakyo neer piyaji ,
ubhee main saravar teer .
dhoonee dhookhe jyoon kaalajo re ,
jal jal gayo re shareer .
machhalee jyoon tadaphat phiro re ,
kad hosee samadar seer piyaajee ,
ubhee main saravar teer .
soota nee aave neendadee re ,
jaagoo to naheenre suhaay .
virah kaale naag jyoo re ,
kaadh kaalajo khaay sajan mhaara ,
ubhee main saravar teer .
bedaradee piya daya nahin aaee re ,
virah gayo re lagaay .
kayo charanon re maany rakhasu ji ,
adh bich deevee chhitakaay piyaji ,
ubhee main saravar teer .
roopasvaroop aaparo hai ,
jyaan ne jhur rahee brahanee anek .
simarat daasee aaparee re ,
are daya हमारी dekh sajan mara ,
ubhee main saravar teer .
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राजस्थानी देसी भजन lyrics in Hindi
!! अभी मैं सरवर तीर !!
ब्रहणी बैठी पीहर में , पियो बसे परदेश ।
खान पान सब त्यागिया रे ,
त्यागिया वस्त्र वेश पियाजी , उभी मैं सरवर तीर ।
नैणां सूं ढलक्यो नीर पियाजी , उभी मैं सरवर तीर ॥
धूणी धूखे ज्यूं काळजो रे , जळ जळ गयो रे शरीर ।
मछली ज्यूं तड़फत फिरूं रे ,
कद होसी समदर सीर पियाजी , उभी मैं सरवर तीर ॥
सूता नी आवे नींदड़ी रे , जागू तो नहींरे सुहाय ।
विरह काले नाग ज्यू रे ,
काढ काळजो खाय सजन म्हारा , उभी मैं सरवर तीर ॥
बेदरदी पिया दया नहीं आई रे , विरह गयो रे लगाय ।
कयो चरणों रे माँय राखसु जी ,
अध बिच दीवी छिटकाय पियाजी ,उभी मैं सरवर तीर ॥
रूपस्वरूप आपरो है , ज्यां ने झुर रही ब्रहणी अनेक ।
‘ सिमरत दासी ‘ आपरी रे ,
अरे दया हमारी देख सजन म्हारा , उभी मैं सरवर तीर ।
श्याम दास वैष्णव के भजन video
भजन :- उभी मैं सरवर तीर |
गायक :- श्याम दास वैष्णव |
लेबल :- राजस्थानी भजन |
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