मानो तो मैं गंगा मां हूं ना मानो तो बहता पानी लिरिक्स
मानो तो मैं गंगा मां हूं ना मानो तो बहता पानी लिरिक्स mano to ganga maa hoon Ganga Maa Aarti Bhajan
~ मानो तो में गंगा माँ हु ~
मानो तो में गंगा माँ हु।
ना मानो तो बेहता पानी। २।
जो स्वर्ग ने दी धरती को।
में हु प्यार की वही निसानी।
मानो तो में गंगा माँ हु।
ना मानो तो बेहता पानी। २।
युग युग से में बेहती आई,
निल गगन के निचे।
सदियों से ये मेरी धारा,
प्यार की धरती सींचे।
मेरी लहर लहर पे लिखी है।
इस देश की अमर कहानी।
मानो तो…….
कोई वजा करे मेरे जल से।
कोई मूरत को नहलाये।
कही मोची चमड़े धोये।
कही पंडित प्यास बुझाये।
ये जात धर्म के झगड़े,
इंसान की है नादानी।
मानो तो…….
गौतम अशोक अकबर ने ,
यहाँ प्यार के फूल खिलाये।
तुलसी ग़ालिब मीरा ने ,
यहाँ ज्ञान के दीप जलाये।
मेरे तट पे आज भी गूंजे ,
नानक कबीर की वाणी।
मानो तो…….
मानो तो में गंगा माँ हु।
ना मानो तो बेहता पानी। २।
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mano to ganga maa hoon hindi Bhajan with lyrics In English
!! Mano To Ganga Maa Hu !!
maano to mein ganga maan hu.
na maano to behata paanee. 2.
jo svarg ne dee dharatee ko.
mein hu pyaar kee vahee nisaanee.
maano to mein ganga maan hu.
na maano to behata paanee. 2.
yug yug se mein behatee aaee,
nil gagan ke niche.
sadiyon se ye meree dhaara,
pyaar kee dharatee seenche.
meree lahar lahar pe likhee hai.
is desh kee amar kahaanee.
maano to…….
koee vaja kare mere jal se.
koee moorat ko nahalaaye.
kahee mochee chamade dhoye.
kahee pandit pyaas bujhaaye.
ye jaat dharm ke jhagade,
insaan kee hai naadaanee.
maano to…….
gautam ashok akabar ne ,
yahaan pyaar ke phool khilaaye.
tulasee gaalib meera ne ,
yahaan gyaan ke deep jalaaye.
mere tat pe aaj bhee goonje ,
naanak kabeer kee vaanee.
maano to…….
maano to mein ganga maan hu.
na maano to behata paanee. 2.
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ganga mata bhajan lyrics in Hindi
।। मानो तो में गंगा माँ हु।।
मानो तो में गंगा माँ हु।ना मानो तो बेहता पानी। २।
जो स्वर्ग ने दी धरती को।में हु प्यार की वही निसानी।
मानो तो में गंगा माँ हु।ना मानो तो बेहता पानी। २।
युग युग से में बेहती आई,निल गगन के निचे।
सदियों से ये मेरी धारा,प्यार की धरती सींचे।
मेरी लहर लहर पे लिखी है।इस देश की अमर कहानी।
मानो तो…….
कोई वजा करे मेरे जल से।कोई मूरत को नहलाये।
कही मोची चमड़े धोये।कही पंडित प्यास बुझाये।
ये जात धर्म के झगड़े,इंसान की है नादानी।
मानो तो…….
गौतम अशोक अकबर ने ,यहाँ प्यार के फूल खिलाये।
तुलसी ग़ालिब मीरा ने ,यहाँ ज्ञान के दीप जलाये।
मेरे तट पे आज भी गूंजे ,नानक कबीर की वाणी।
मानो तो…….
मानो तो में गंगा माँ हु।ना मानो तो बेहता पानी। २।
ganga mata hindi bhajan video
भजन ;- मानो तो मैं गंगा माँ हूँ |
गायिका :- तृप्ति शाक्या |
लेबल :- राजस्थानी भजन |
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